नाबालिग से किया गैंगरेप, भरी मांग फिर जहर खिलाकर सड़क पर फेंका

बिहार में इन दिनों अपराध की घटनाओं में लगातार वृद्धि हो रही है. रेप की घटनाओं में भी इजाफा हुआ है. भागलपुर में सातवीं की छात्रा के साथ सात लोगों ने रेप की घटना को अंजाम दिया और अब समस्तीपुर के एक गांव में गैंगरप के बाद नाबालिग की जहर खिलाकर हत्या कर दी गई. मामला सामने आने के बाद आक्रोशित लोगों ने सड़क जाम कर प्रदर्शन किया. इसके साथ ही मौके पर पहुंचे एक पुलिस अधिकारी को वहां से खदेड़ दिया. गांव वालों का आरोप है कि जब पीड़िता के गायब होने की शिकायत करने परिजन गए थे तब उसने FIR दर्ज करने के लिए पैसे मांगे थे.

घटना से आक्रोशित लोगों ने समसस्तीपुर रोसड़ा मार्ग को तीन घंटे तक जाम रखा. इससे यातायात पूरी तरह ठप्प रहा. बाद में पुलिस ने स्थानीय बुद्धिजीवियों और जनप्रतिनिधियों की सहायता से समझाबुझाकर जाम खुलवाया. इसके बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. पुलिस ने नाबालिग के परिजनों के बयान के आधार पर दो लड़कों समेत एक अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है.

गांव का युवक बुलाकर ले गया था
घटना के बारे में परिजनों ने बताया कि बच्ची को गांव का ही एक युवक बुलाकर ले गया. फिर अपने घर पर उसके साथ गैंगरेप किया. इसके बाद युवक ने मृतका की मांग में सिंदूर भी भरा और फिर जहर खिला दिया. अगले दिन लड़की बेहोशी की हालत में युवक के घर के बगल वाले घर से मिली. इसके बाद परिजनों ने उसे सदर अस्पताल में भर्ती कराया. जहां हालत गंभीर होने की वजह से उसे पटना रेफर कर दिया. पटना में इलाज के दौरान रविवार देर रात उसकी मौत हो गई. छात्रा के रेप की घटना शुक्रवार को अंजाम दिया गया.

मामला दर्ज करने के लिए मांगा पुलिस ने रिश्वत
घटना के बाद मौके पर एक पुलिस अधिकारी पहुंचा तो लोग आक्रोशित हो गए. लोगों ने पुलिस अधिकारी को वहां से खदेड़ दिया. इस बारे में परिजनों ने बताया कि जब लड़की गायब हुई थी तो इसकी शिकायत करने थाने पहुंचे थे. तब उस पुलिस अधिकारी ने लड़की को खोजने के लिए 20 हजार और मामला दर्ज करने के लिए 50 हजार रुपए मांगे थे. इसके बाद वहां मौजूद दूसरे पुलिस अधिकारी ने लोगों को समझा- बुझाकर शांत कराया. साथ ही उस पुलिस अधिकारी को वहां से वापस भेज दिया.

इस मामले में डीएसपी संजय कुमार पांडेय ने कहा कि घटना की प्राथमिकी दर्ज कर ली गई. पुलिस मामले की जांच कर रही है. वहीं पुलिस अधिकारी के रिश्वत मांगने के आरोप का उन्होंने बचाव करते हुए कहा कि अधिकारी ने रिश्वत नहीं मांगा था बल्कि बच्ची के मिलने के बाद परिजन खुद वापस चले गए थे.

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